एन सीपी प्रमुख शरद पवार एक और मुश्किल में घिर गए हैं। आपको बता दें कि इस बार वो घ’र्मिक कारणों से सवालों के घेरे में है। दर असल शरद पवार पुजा के लिए पुणे के दगदुशेट गणपति मंदिर गए थे। हालां कि वो गणपति के मंदिर के अंदर नहीं गए और बाहर से ही लौट गए। जब मामला बढ़ता दिखा तो फौरन पार्टी के पुणे युनिट के अध्यक्ष प्रशांत जगताप ने आगे आकर सफाई दी।
उन्होंने कहा कि मांसा हारी भोजन करने की कारण शरद पवार बाहर से ही लौट आए। पार्टी ने बताया कि शरद ने कुछ मां साहारी भोजन किया था। जिस कारण वो अंदर नहीं गए लेकिन शरद ने ऐसा कर फजीहत मोल ले लिया। पवार दगदुशेठ गणपति मंदिर से सटी जमीन को मंदिर ट्रस्ट को सौंपे जाने वाले मांग को लेकर बीते शुक्रवार को जमीन देखने पहुंचे।पार्टी नेता जगताप ने सफाई देते हुए कहा कि शरद पवार ने मंदिर जाने को सोचा चुंकि शरद पवार ने मांसा हारी भोजन किया था। इस लिए उन्हें लगा के मंदिर जाना सही नहीं रहेगा इस लिए उन्होंने मंदिर से वापस लौटना उचित समझा। इस मामले में उप मुख्यमंत्री अजित पवार को सामने आना पड़ा। ऐसे सवाल आते ही क्यों है जब कोई मंदिर जाता है तो सवाल पुछा जाता है।
जब कोई मंदिर नहीं जाता तो बवाल किया जाता है। नास्तिक बताया जाता है। ये लोगों का नीजि मामला है। कभी कभी मांसा हारी खाने के बाद लोग मंदिर के बाहर से ही दर्शन कर लेते हैं। और यही किया शरद पवार ने। इसमें आखिर हर्ज ही क्या है। लेकिन जिस तरह की राजनीति बीते कुछ समय से देश में हो रही है, उसे यह मामला आसानी से समझा जा सकता है।